जानिए,खसरा रोग के कारण लक्षण और उपाय(Solution on Measles Problems)

नमस्कार दोस्तों आप सभी का सर्वांग आयुर्वेद वेबसाइट पर स्वागत है आज का हमारा विषय है खसरा के लिए उपाय,कारण और लक्षण । चलिए तो जान लेते हैं खसरा रोग के कारण लक्षण और उपाय।

हमारे आस पास के वातावरण में कितने ही वायरस फैले हुए हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक सिद्ध हो सकते हैं। यदि बात की जाये संक्रमण और हवा के माध्यम से फैलने वाली बिमारियों की तो सामन्य फ्लू तो सबसे आम है ही साथ ही चिकन पॉक्स, खसरा, मम्प्स इत्यादि बीमारियां भी काफी खतरनाक होती हैं। इस लेख में हम मीजल्स के बारे में बतायेंगे जिसे खसरा नहीं तो रूबेला भी कहा जाता है। चलिए तो जान लेते खसरा रोग क्या होता है?

• खसरा रोग क्या होता है?

खसरा रोग को रूबेला भी कहा जाता है।खसरा एक अत्यधिक वायरल बीमारी है जो तेजी से फैल सकती है, खसरा एक बहुत ही संक्रामक रोग है, जो पैरामिक्सोवायरस परिवार के एक वायरस के कारण होता है। खसरा श्वसन के माध्यम से फैलता है और बहुत संक्रामक रोग है जो संक्रमित बलगम और लार के संपर्क के कारण फैलता है।तथा 90% लोग जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं है और जो संक्रमित व्यक्ति के साथ एक ही घर में रहते हैं, वे इसके शिकार हो सकते हैं।खसरा अनेक विकासशील देशों में बच्चों की मृत्यु का एक मुख्य कारण है । यह संक्रमण औसतन 14 दिनों  तक प्रभावी रहता है और 2-4 दिन पहले से दाने निकलने की शुरुआत हो जाती है, अगले 2-5 दिनों तक संक्रमित रहता है याने कि कुल मिलाकर 4-9 दिनों तक संक्रमण रहता है।संक्रमित व्यक्ति जब खांसते या छींकते हैं, तो संक्रमण हवा में फैल जाता है। यह बचपन में होने वाला एक संक्रमण रोग है। खसरा, जो कि पहले बहुत आम बिमारी थी। अब खसरा वायरस वैक्सीन (टीका) से रोकी जा सकती है।

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संक्रमित होने के शुरूआती 10 से 14 दिनों के लिए, खसरा वायरस सेने की प्रक्रिया करता है। आपको इस समय के दौरान खसरे के कोई लक्षण नहीं दिखेंगे। शुरूआत के दिनों मेंखसरा आमतौर पर हलके व मध्यम बुखार, लगातार खांसी, बहती नाक, आंखों की सूजन  और गले में खराश के साथ शुरू होता है। यह अपेक्षाकृत हल्की और सामान्य बीमारी दो से तीन दिन तक रह सकती है। तीसरे दिन के बाददानों में छोटे लाल धब्बे होते हैं, जिनमें से कुछ थोड़ा ऊपर उठे हुए होते हैं। दाने व चक्कतों का समूह त्वचा पर लाल रंग के धब्बे के सामान दिखाई देता है। चेहरे पर पहले फैलता है, विशेष रूप से कान के पीछे और सिर के किनारे की तरफ।

अगले कुछ दिनों में, दाने हाथों व शरीर के ऊपरी भाग पर फ़ैल जाता है और फिर जाँघों व पैरों पर।  इसी समय बुखार भी तेजी से बढ़ जाता है अक्सर 104 से 105.8 डिग्री से भी ज़्यादा होता है। खसरे के दाने धीरे-धीरे चेहरे से लुप्त होना शुरू होते हैं और कम होते जाते हैं।

एक व्यक्ति जिसको खसरा हुआ है वह दूसरों को वायरस लगभग आठ दिनों तक फैला सकता है, जो दाने से चार दिन पहले शुरू होता है और दाने रहने के चार दिनों तक रहता है। इसीलिए जो व्यक्ति को खसरा हुआ है वह व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के संपर्क में ना आए।खसरा निमोनिया सहित अंधापन, एन्सेफलाइटिस, गंभीर दस्त या डायरिया और गंभीर श्वसन संक्रमण जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है। यदि रोगी का इम्यून सिस्टम कमजोरहै तो खसरे से रोगी की मृत्यु भी हो सकती है।

• खसरे के लक्षण(Symptoms of Measles)

खसरे के लक्षण में बुखार आना तो सामन्य है ही साथ ही खाँसी, नाक बहना, या आँख आना इन तीनो में से भी एक लक्षण दिखाई दे सकता है। वैसे कहा जाए तो खसरे के लक्षण 9 से 11वें दिन के बाद दिखाई देना प्रारम्भ होते हैं। आइये जानते हैं इसके लक्षण क्या क्या हैं

  1. सिर दर्द
  2. भूख न लगना
  3. थकान महसूस होना
  4. चक्कर आना
  5. शरीर में दर्द होना
  6. बहती नाक
  7. खांसी
  8. आंखों में सूजन
  9. आंखों में से पानी आना
  10. आंखों का जलना
  11. ज्यादा रोशनी से परेशान होना
  12. शरीर पर लाल रंग के चकत्ते दिखने लगते हैं।
  13. कोप्लिक के धब्बे, या मुंह, गाल, या गले के अंदरूनी हिस्से में छाले।
  14. ग्रंथियों में दर्द होना

• खसरा का कारण(Causes of Measles)

  • खसरे का मुख्य कारण  वायरस होता है जो संक्रमित बच्चे या वयस्क के नाक और गले में प्रतिकृति करता है।जब कोई खसरे से पीड़ित व्यक्ति खांसी, छींक या वार्ता करता है तो संक्रमित बूंदें हवा में फ़ैल जाती हैं, जिसे दूसरे व्यक्ति सांस लेने के दौरान अंदर ले जाते हैं। संक्रमित बूँदें किसी सतह पर भी आ सकती हैं, जहां वे कई घंटे तक सक्रिय और संक्रामक रहतीं हैं। आप संक्रमित सतह को छूने के बाद अपनी उंगलियों को अपने मुंह या नाक में डालकर, या अपनी आँखें रगड़ कर वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।
  • खसरा रोग बच्चों के गलत खान-पान तथा अस्वस्थ वातावरण में रहने के कारण होता है। मैले कपड़े पहनने, गन्दे बिस्तर पर सोने के कारण तथा बंद कमरे में रहने के कारण खसरा रोग हो जाता है। खसरा रोग से पीड़ित रोगी के द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों का इस्तेमाल करने के कारण भी यह रोग हो जाता है।
  • ऊपर दी गई जानकारी में लापरवाही बरतने के कारण खसरा रोग के संक्रमण एक रोगी के शरीर से किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और उस स्वस्थ व्यक्ति को भी खसरा रोग हो जाता है।
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• खसरे के लिए घरेलू उपाय(Solution on Measles Problems)

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खसरा बीमारी के इलाज के लिए बीमार को सबसे पहले ताजे फलों का जूस देना चाहिए। फलों के ताजा जूस से शरीर का तापमान थोड़ा कम होता है और शरीर में राहत महसूस होती है। खसरा के दौरान बच्चे बहुत सुस्त महसूस करते हैं और उन्हें जल्दी भूख नहीं लगती है। ऐसे में उन्हें जूस पीलाते रहना चाहिए।

• खसरा के उपचार करने के लिए जो है फायदेमंद

खसरा की बीमारी में जौ देना भी काफी असरदायक होता है।जौ के पानी में कफ की समस्या को दूर करते हैं। जौ के पानी में ताजे बादाम के तेल की कुछ बूंद डाल लें। इसका सेवन करें और कुछ ही दिनों में खसरा ठीक हो जाएगा।

• खसरा के उपचार के लिए हल्दी फायदेमंद(Turmeric in measles)

हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो किसी भी संक्रमण को दूर करने के लिए मदद करता है।हल्दी भी कई तरह की बीमारियों को दूर करता है। इसमें खसरा को भी ठीक करने की शक्ति होती है। सूखी हल्दी की जड़ों को धूप में सूखा लें और फिर बारीक पीस लें।  अब करेले के जूस में हल्दी औऱ शहद डालकर रोगी को दें। यह स्वाद में तो खराब लगेगा, लेकिन इससे बीमारी दूर हो जाती है।

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• खसरा के उपचार के लिए नींबू फायदेमंद(lemon in measles)

खसरा जैसी बीमारी में नींबू भी बहुत लाभदायक होता है। अगर बच्चे या बड़े किसी को भी खसरे की बीमारी है तो उसे नींबू का जूस जरुर पिलाएं। जब जब प्यास लगे तो सादे पानी की जगह नींबू पानी ही पिलाएं। इससे प्यास बढ़ती है और शरीर में आराम भी मिलता है।

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• खसरा के उपचार के लिए गर्म पानी फायदेमंद(warm water in measles)

जूस के साथ साथ बीमार व्यक्ति को हल्के गर्म या गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए। शरीर में बहुत तरह की गंदगी जमने लगती है। इसके इलाज के लिए हमेशा गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए। गर्म पानी से शरीर के अंदर मौजूद गंदगी बाहर निकल जाती है। इससे भी खसरे में आराम मिलता है।

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• खसरा के उपाय के लिए निम फायदेमंद(benifits of neem in measles)

नीम मैं एंटीबैक्टीरियल एंटीवायरल एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो किसी भी संक्रमण को दूर करने के लिए मदद करता है।खसरा से बीमार व्यक्ति के शरीर में खुजली की समस्या होती है। कई बार खुजली से त्वचा छील जाती है। बच्चों में यह समस्या हो तो और भी परेशानी होती है। इसीलिए निम के कुछ पत्ते पानी में उबाल लीजिए इस पानी से नहाए इस से खुजली को छुटकारा मिलता है। आप चाहे तो खसरे से बीमार व्यक्ति को नीम के पत्ते पर सुला सकते हैं।

• खसरा के उपाय के लिए नारियल पानी फायदेमंद(coconut water in measles)

नारियल पानी शरीर में जमा हुए जहरीले तत्‍व को बाहर निकालता है और उसकी मलाई में एंटी ऑक्‍सीडेंट होता है जिससे खसरा तुरंत ठीक हो जाता है।

• खसरा के उपचार के लिए आंवला फायदेमंद(amla in measles)

आवले का पावडर बना कर उसे पानी के साथ लें। इससे खुजली और जलन ठीक हो जाता है। आप चाहें तो इससे अपने शरीर को भी धो सकते हैं।

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• खसरा के उपाय के लिए संतरा का जूस फायदेमंद(orange juice in measles)

संतरे का रस खसरा को पूरी तरह से ठीक करता है। इसमें रोगी को जब भूख नहीं लगती तो उसको संतरे का रस पिलाने से उसकी भूख बढ़ जाती है।

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