जानिए,कैसे पाए फंगल इंफेक्शन से राहत? उसके कारण और उपाय(Fungal Infection)

• फंगल संक्रमण क्या है और उसे कैसे पहचाने(What is Fungal Infection)

फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय,फंगल संक्रमण एक आम समस्या है। इस समस्या के दौरान लोग आपको बड़े हीन भावना से देखते हैं। हालांकि,फंगल इन्फेक्शन एक आम समस्या है। आपको बता दें कि फंगी एक सुषमा जीवाणु है जो आपके शरीर के ना केवल बाहरी और बल्कि भीतर भी हो सकता है।फंगल इन्फेक्शन को किसी व्यक्ति मिट्टी आदि,के संपर्क से हो सकता है।अच्छी बात तो यह है,कि फंगल संक्रमण का उपचार संभव और बहुत आसानी से ठीक हो सकता है। इसके लिए डरने की कुछ बात नहीं है।फंगल संक्रमण तब होता है,जब फंगस शरीर के किसी भी क्षेत्र में आक्रमक करता है।और हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इससे लड़ने में सक्षम नहीं हो पाती है,उस टाइम फंगल संक्रमण हो सकता है। परंतु इसका इलाज न किया जाए तो यह गंभीर समस्या बन सकती हैं। फंगल संक्रमण त्वचा को पडने वाले लाल चक्कतो, दाग खुजली और त्वचा में घाव आदि जैसे होता है। परंतु इसका प्रभाव काफी खतरनाक साबित हो सकता है। यह रोग सिर्फ त्वचा ही नहीं बल्कि हड्डी और शरीर के सभी अंगों में हो सकता है। फंगल संक्रमण किसी भी व्यक्ति को हो सकता है,वह चाहे तो नवजात बालकों को या वृद्धा अवस्था की व्यक्ति को भी इसका सामना करना पड़ सकता है। फंगल संक्रमण शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। फंगल संक्रमण भिन्न-भिन्न रूपों में हो सकता है। खिलाड़ी के पैर में फंगल, महिला के योनि में फंगल, बच्चों के मुंह में फंगल का संक्रमण हो सकता है। फंगल संक्रमण संक्रामक भी हो सकता है। वह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को भी हो सकता है। जैसे कि उसका टॉवल इस्तेमाल करना या कपड़े इस्तेमाल करना इससे फैल सकता है। पैरों में होने वाला संक्रमण आम होता है। इसकी फंगस मोजे, जूते, स्विमिंग पूल और सार्वजनिक पर्यावरण में तेजी से बदलाव होना इससे फंगल संक्रमण हो सकता है। आपकी त्वचा, सिर की त्वचा खास तौर से पैरों और जांघ के बीच में जुडने वाले हिस्से को प्रभावित करता है। नाखून में फंगस होना सामान्य की तरह विकार होता है और नाखूनों को पीला या सफेद और कमजोर  और मोटा बनाता है।नाखूनों का फंगल खासकर से नाखून के ऊपर वाले हिस्से में होता है।यह पुरुष और कमजोर प्रणाली वाले व्यक्तियों को हो सकता है। कई फंगल जीभ पर भी होता है जैसे जीभ का सफेद होना अंदरूनी गाल पर हल्के पीले की परत होना,ऐसे भी फंगल संक्रमण हो सकता है। और हानिकारक फंगस है वह मुंह में और योनि में पाया जाता है।

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फंगल संक्रमण के लक्षण(Symptoms of Fungal infection)

हर प्रकार के इंफेक्शन अलग-अलग रूप में होते है। जैसे कि स्किन के फंगल संक्रमण से त्वचा को चक्ते,लालिमा, पपड़ी या तो दरारे बनाना। मुंह के फंगल संक्रमण में  गाल, जीभ मुंह की छत और गले पर सफेद धब्बे दिखाना। योनि के फंगल इन्फेक्शन में योनि में खुजली जलन और सफेद पानी आना यह समस्या दिखाई देती है। त्वचा के फंगल इन्फेक्शन शरीर पर किसी भी भाग में हो सकते हैं। यह लक्षण होना काफी आम बात है।जैसे कि त्वचा लाल दिखना, रैशेश दिखना, खुजली आना, कई भागों में सफेद पाउडर की तरह पदार्थ दिखना, त्वचा पर पपड़ी जमना, खाल निकलना, त्वचा पर दरारे दिखाना, त्वचा के किसी हिस्से में पस के जैसे दाने दिखाना, लाल दिखाना, कभी कबार ज्यादा खुजली से ब्लड आना ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं।

 

फंगल संक्रमण के कारण(Causes of Fungal Infection)

फंगल संक्रमण किसी को भी हो सकता है।वह चाहे पुरुष हो या महिला या छोटा सा बालक  क्यो ना हो नहीं तो कोई बुजुर्ग। यहां तक कि लोग सामान्य रूप से पूरे स्वस्थ है। हम सब किसी ना किसी वजह से फंगस के जीवाणु के संपर्क में आते हैं। कमजोरी इम्यूनिटी वाले लोग इनके संक्रमण में जल्दी आ जाते हैं। फंगस अक्सर गर्म और नम वातावरण में बढ़ता है। अत्यधिक पसीना आना इसके वजह से भी फंगल संक्रमण हो सकता है। त्वचा के कटने से या फटने से उनमें बैक्टीरिया का प्रवेश होता है इसके वजह से भी किसी तरह का संक्रमण हो सकता है। ज्यादा एंटीबायोटिक लेना उसके वजह से भी संक्रमण होता है। तंग कपड़े पहनना ज्यादा टाइम तक सॉक्स और जूते पहनना यह भी कारण हो सकता है। कमजोर इम्यूनिटी के कारण संक्रमण जल्दी से होता है। त्वचा के त्वचा के संपर्क में आने से समस्या हो सकती है कभी कबार जानवरों के ज्यादा संपर्क कैसे भी समस्या मौजूद होती हैं।फंगस कुछ चीजों से जैसे कि टावेल कपड़े कंगी से भी हो सकता है। मिट्टी और कीचड़ को भी संक्रमित होता है। जो लोगों को धूल और मिट्टी में काम करना पड़ता है उन लोगों को यह समस्या अधिक ज्यादा दिखाई देती है। स्वच्छता ना दिखने के कारण भी संक्रमण दिखाई देता है। अधिक वजन मोटापा के कारण संक्रमण बन सकता है। जांगों पर अतिरिक्त चर्बी, नियमित रूप से साइकिल चलाना या जोगिंग करने से इसी हिस्से में अतिरिक्त नमी और रगड़ हो सकती हैं इससे फंगल संक्रमण हो सकता है। अनुवांशिकी कारण पारिवारिक इतिहास भी कारण हो सकता है। पीड़ित व्यक्ति के संक्रमण में आने से भी हो सकता है। महिलाओं को सेनेटरी पैड सेबी जांघ के आसपास संक्रमण हो सकता है। कई बार बच्चों को पैड यूज करने से रेसेस हो जाते हैं। खास तौर से मानसून के दौरान फंगल का संक्रमण ज्यादा बढ़ जाता है। क्योंकि मानसून के दौरान लोग ज्यादातर से भीग जाते हैं इसे अक्सर त्वचा गिली ही रह जाती है इसीलिए संक्रमण हो सकता है।

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• फंगल संक्रमण के घरेलू उपाय(Home Remedies for Fungal Infection)

1- फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय नीम के पत्ते

नीम के पत्ते किसी भी तरह से संक्रमण को रोकने के लिए लाभदायक है। पानी को उबालने समय कुछ नीम की पत्तियां उसमें डालिए 10 मिनट उबालने के बाद उस पानी से नहाए इससे इंफेक्शन से राहत मिल सकती है। इसका प्रयोग आप 1 हफ्ते के लिए करिए आपको आवश्यक फरक दिखाई देगा।

2- पुदीना के इस्तेमाल से

पुदीने में भी इन्फेक्शन कम करने के लिए मदद हो सकती है। पुदीने के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लीजिए और फंगल संक्रमण हुआ है उस जगह पर वह पेस्ट लगा लीजिए कुछ समय के बाद गुनगुने पानी से धो लीजिए कुछ दिनों के लिए यह प्रयोग करने से आप को राहत मिल सकती है।

3- फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय हल्दी

हल्दी में एंटी फंगल गुण होते हैं। हल्दी के पाउडर में थोड़ा सा पानी डालकर लेप बना लीजिए और जहां पर फंगल संक्रमण हुआ होगा उस पर लगा लीजिए कुछ घंटे के बाद उसे धो लीजिए इससे भी राहत मिल सकती हैं।

4- पीपल की पत्तियों का इस्तेमाल

पीपल की पत्तियों को पानी में डालकर उबाल लीजिए। उस पानी से त्वचा धोने से घाव ठीक हो सकते हैं।

5- लहसुन के इस्तेमाल से

लहसुन में भी एंटीफंगल के गुण होते हैं। लहसुन के तीन चार कलियों को पीस ले और उसकी पेज को इंफेक्शन वाले जगह पर लगा लीजिए शायद आपने ज्यादा कुछ आया होगा तो आपको कुछ मिनटों के लिए जलन महसूस होगी लेकिन उसके बाद आपको राहत जरूर मिलेगी। इससे आपका इन्फेक्शन धीरे-धीरे कम हो जाएगा। और इन्फेक्शन का खतरा भी कम होगा।

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6- जैतून और ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल 

जैतून का तेल यानी ऑलिव ऑयल अगर ऑइल नहीं मिला तो जैतून के पत्ते को पीस लें और संक्रमण वाले जगह पर लगा लीजिए आधे घंटे के बाद धो लीजिए इससे भी आपको फायदा होगा।

7- एलोवेरा का इस्तेमाल

एलोवेरा के पत्ते को बींच में काट लीजिए और उसका अंदर वाला हिस्सा संक्रमण हुआ है उस जगह पर लगा लीजिए। आपको ज्यादा जोर से खुजली होते होंगे तो वहां पर उसे ठंड मिलेगी।

8- फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय दही

दही में सिट्रिक एसिड होता है,वह हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म कर देता है। सच कहा जाए तो दही में ही बैक्टीरिया होता है। लेकिन दही वाले बैक्टीरिया से हमें कोई भी इन्फेक्शन नहीं होता है। दही को आप किसी सॉफ्ट कपड़े से इंफेक्शन हुए जगह पर लगाइए।

9- चाय पाउडर का इस्तेमाल

चाय में एंटीबायोटिक और अस्थिर गुण होते हैं जो फंगल को नष्ट करने के लिए मदद करते हैं। गर्म पानी में चाय बैग10 मिनट के लिए भिगो कर रखें ओ बैग पानी से निकालकर आधे घंटे के लिए फ्रिज में रख दे उसके बाद वह चाय के बैग संक्रमण हुए जगह पर लगा लीजिए ऐसे चार या पांच बार करने के बाद फर्क दिखाई देगा।

10- नारियल तेल

नारियल का तेल फंगल इंफेक्शन के लिए बहुत मददगार होता है इस समय फैटी एसिड होता है। जो इंफेक्शन के लिए दूर करता है। इसे आप रोजाना इंफेक्शन के जगह नारियल का ऑयल  तीन चार बार लगाइए।

 

• फंगल इंफेक्शन के लिए इन बातों का रखें ख्याल(Take Care Of)

  • त्वचा को सुखा और स्वच्छ रखिए। सूती कपड़े पहने। बरसात के मौसम में गीले होने के बाद जल्दी से पूरा शरीर ड्राई करें। पानी पर्याप्त मात्रा में ताकि त्वचा सुखी ना हो जाए।
  • धूल और मिट्टी वाले जगह पे ना जाए अगर जाना ही पड़े तो काम खत्म होने के बाद अच्छे पानी से हाथ पर धो लीजिए।
  • गंदे और संक्रमित पानी के संपर्क से बचे।
  • इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अधिक पौष्टिक खाना खाए।
  •  ऊपर दिए गए हुए उपाय घरेलू और आसान है उसे से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है लेकिन इतना करने के बावजूद भी आपको कुछ फर्क नहीं दिखाई दिए तो डॉक्टर की सलाह जरूर ले
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