दाद उसके घरेलू उपाय (Daad aur uske gharelu upay)

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का सर्वांग आयुर्वेद वेबसाइट पर स्वागत है। आज का हमारा विषय है दाद चलिए तो जान लेते हैं दाद क्या होता है?उसके कारण,लक्षण और घरेलू उपाय।

गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है और आपको तो पता ही होगा कि गर्मियां अपने साथ रैशेज, दाद, खाज और खुजली ये सब लेकर आती हैं।दाद एक फंगस होता है जो एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता जाता है।. इसलिए जिन्हें ये होता है, वो लोग अक्सर इससे काफी परेशान रहते हैं। ऐसे में आपको उसकी साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

बदलते मौसम में अक्सर दाद खाज की समस्या हो जाती है। इस समस्या से पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी काफी परेशान रहती है। अगर इस समस्या नजरअंदाज किया तो आगे चलकर ये एक्जिमा का रूप ले लेती है। इतना ही नहीं यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से हो सकती है।दाद-खाज और खुजली के चलते आपको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। दाद ऐसी बीमारी है जो बहुत परेशान करती है और समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैलने लगती है।

• दाद क्या होता है? (Daad kya hota hai ?)

दाद प्रकार का फंगल संक्रमण है। जो किसी व्यक्ति के सिर पर गर्दन या शरीर के अन्य अंदरूनी अंगो मैं कहीं भी हो सकती है। यह लाल नहीं तो हल्के भूरे रंग का होता है। जो आकर में गोल होता है।

दाद एक प्रकार की त्वचागत समस्या है जो फंगल संक्रमण के कारण होता है। यह त्वचा की ऊपरी परत पर होता है तथा यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बड़ी ही आसानी से फैल सकता है। दाद को चिकित्सकीय भाषा में टिनीया (Tinea) कहते है। यह एक परतदार त्वचा पर गोल और लाल चकत्ते के रूप में दिखाई देता है और इसमें खुजली एवं जलन होते है। यह बड़ी ही आसानी से संक्रमित व्यक्ति की चीजें या कपड़े उपयोग करने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। दांद को इंग्लिश में रिंगवर्म कहा जाता है।

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दांत के दौरान अत्यधिक खुजली पैदा होती है। खुजली ऐसा एक चर्म रोग है जो जितना ज्यादा खूजाए उतना ज्यादा आनंद देता है। जब तक त्वचा जलने नहीं लगे नहीं तो उन में से खून ना निकले तब तक खुजलाहट शांत नहीं होती है। इसीलिए अपने शरीर की सफाई पर अधिक ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

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आयुर्वेदा में वात, पित्त, और कफ इस प्रकार तीन प्रकार के दोष बताया है। लेकिन आयुर्वेद अनुसार पित्त की विकृति हो जाए तो दाद की समस्या होने लगती है। पित्तजन्य द्रव्यों जैसे कि अम्ल, लवण, तीखा रस वाले पदार्थ का ज्यादा सेवन करना।रात को देर रात तक जाग ना, क्रोध करना, या ज्यादा गर्मी में रहना।

इन सब क्रिया व द्रव्यों से पित्त की विकृति होती है। इसके बाद हमें दाद की समस्या दिखने लगती है।

• दाद होने के कारण (Daad hone ke karan)

दाद फंगल के संक्रमण के कारण होता है, यह फफूंदी जैसा परजीवी बाहरी त्वचा की कोशिकाओं में पनपता है। यह बड़ी ही आसानी से तथा कई तरीकों से फैल सकता है।

मनुष्य द्वारा किसी संक्रमित वस्तु को छूने से भी दाद का संक्रमण उनमें फैल सकता है जैसे कंघी, ब्रश, कपड़े, तौलिया, बिस्तर आदि।

अगर किसी जानवर को दाद हुआ है तो उस जानवर को स्पर्श करने से भी दाद का संक्रमण मनुष्ण के शरीर में फैल सकता है।

• दाद होने के लक्षण (Daad hone ke lakshan)

यह गोल चकत्तों के रूप में होते है तथा ऊपर की और उभरा हुआ होता है।

दाद वाली जगह पर खुजली एवं जलन दोनों हो सकता है।

यह लाल चकत्ते के रूप में दिखाई देता है।

दाद वाले चकत्ते बाहरी तरफ से किनारों पर लाल होते है।

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• दाद से कैसे बचे? ( Daad se kaise bache)

दाद-खाज और खुजली से बचने के लिए अपने आहार और जीवनशैली में ये सारे बदलाव लाने ज़रूरी हैं।

भोजन में लौंग का प्रयोग करें। इसके सेवन से फंगल संक्रमण दूर होता है।

अधिक पसीने से परहेज रखना चाहिए इसके लिए एंटी-फंगल का इस्तेमाल करें।

अत्यधिक नमकीन एवं मीठे खाद्य पदार्थ, गुड़, चॉकलेट, सोडा युक्त पेय पदार्थ, अत्यधिक तला-भुना एवं मिर्च मसालेदार भोजन, जंक फूड, शराब, धूम्रपान तथा अन्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।

साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए तथा संक्रमित व्यक्ति द्वारा प्रयोग की हुई वस्तुओं को प्रयोग नहीं करना चाहिए।

पालतु जानवरों से भी दूर रहना चाहिए जो संक्रमित होते हैं।

विटामिन-ई से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इसकी मदद से हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।विटामिन-ई के लिए जैतून का तेल,अखरोट, मसूर की दाल, पालक, बादाम, तिल  का सेवन करें।

दाद वाली जगह पर बार-बार खुजलाना नहीं चाहिए। खुजलाने के बाद हाथ को जरूर साफ करने चाहिए।

• दाद से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय ( Gharelu upay )

• दाद से छुटकारा पाने के लिए नारियल तेल लाभदायक ( coconut oil)

नारियल का तेल त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए अच्छा माना जाता है। नारियल के तेल में माइक्रोबियल और एंटिफंगल गुण होते हैं जो दाद के संक्रमण का इलाज करते हैं।यह न सिर्फ खुजली वाली त्वचा से राहत प्रदान करता है बल्कि त्वचा को चिकना और नरम भी बना देता है। इसलिए प्रभावित क्षेत्र पर नारियल का तेल लगाने से आराम मिलता है।

• हल्दी से दाद को छुटकारा पाएं (Turmeric)

हल्दी में कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं जिनमें एंटीबायोटिक और सूजनरोधी गुण शामिल होते हैं। यह एक प्रभावी एंटिफंगल है जो दाद को बढ़ने से रोकता है।हल्दी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह कार्य करता है। हल्दी और पानी को मिलाकर अच्छी प्रकार पेस्ट बना लें और रूई की सहायता से इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएँ। यह प्रयोग रोजाना करने से आपको कुछ दिनों में ही दाद से छुटकारा मिल जाएगा।

• एलोवेरा से दाद को छुटकारा (Aloevera)

एलो वेरा को लंबे समय से जीवाणु और फंगल संक्रमण दोनों के लिए एक प्राकृतिक उपाय की तरह इस्तेमाल किया गया है।एलोवेरा एंटी-फंगल और जीवाणुरोधी होते है। प्रभावित त्वचा पर सीधे ऐलोवेरा जेल को लगाएं और रात भर के लिए छोड़ दें। यह दाद चकत्ते आदि को ठीक करता है तथा यह त्वचा की स्वस्थ करने के लिए कईं पोषक तत्व और मिनरल प्रदान करता है। एलोवेरा लगाने से आपको ठंडक भी महसूस होगी।

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• नीम से दाद को छुटकारा (Neem)

नीम एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो किसी के संक्रमण को दूर भगाने के लिए मदद करते हैं।नीम की ताजी पत्तियों को पानी में उबालकर आप उसे नहा सकते हैं आप चाहे तो नीम की ताजी पत्तियों का पेस्ट बनाकर दाद के ऊपर लगाने से खुजली में आराम मिलेगा। इतना ही नहीं आपको जलन भी नहीं होगी। नीम कारगर उपाय माना जाता है।

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• लहसुन से दाद को छुटकारा (Garlic)

दाद की समस्या को दूर करने के लिए लहसुन का पेस्ट एक असरदार घरेलू नुस्खा है। लहसुन की कली को छीलकर पीस लें और पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में दो बूंद नारियल का तेल डालें और दाद के ऊपर लगा लें। इसे डेढ़ से दो घंटे तक ऐसे ही लगा रहने दें। इसके बाद पानी से साफ कर लें। यदि इस पेस्ट को लगाने के बाद असहनीय जलन या चुभन हो तो इसे तुरंत साफ कर लें।

• टमाटर और नींबू से दाद को छुटकारा (Tomato & lemon)

खूबसूरती बढ़ाने के अलावा दाद से छुटकारा दिलाने में भी टमाटर और नींबू का रस बेहद कारगर है।ऐसा इसलिए क्योंकि टमाटर और नींबू में विटामिन सी पाया जाता है, जो कि स्किन से जुड़ी समस्याओं को खत्म करता है और उससे बचाता भी है। इसके लिए टमाटर के जूस का सेवन करें और नींबू के रस के साथ इमली के बीज को पीस कर दाद वाली जगह पर लगाएं।असर जरूर दिखाई देगा।

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ऊपर दिए गए उपायों से दाद के समस्या से छुटकारा नहीं हो रहा है तो कृपया आप डॉक्टर की सलाह जरूर लिजिए।

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