नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे सर्वांग आयुर्वेद वेबसाइट में आज का हमारा विषय है सांस लेने में तकलीफ होना उसके कारण क्या-क्या हो सकते हैं और उसके लिए हमें क्या-क्या उपाय आजमाने चाहिए आज हम आपको उसके बारे में जानकारी देंगे तो चलिए आइए जानते हैं।
• सांस लेने में तकलीफ(Breathing Problems)
भागदौड़ की जिंदगी में स्वस्थ रहना बड़ी चुनौती है। अगर आपका शरीर स्वस्थ है तो ईश्वर का वरदान मानीए। आजकल तो बहुत कम उम्र के लोगों को सांस फूलने की समस्या दिखाई देती है।सांस लेने की तकलीफ एक आम समस्या होती है। लेकिन एक कष्टदायक अनुभव होता है। जरा सा भी काम करो, कुछ भारी सामान उठा लो नहीं तो ज्यादा बात करने से भी सांस फूलने लगती है। सांस नली के जाम होने या या फेफडो मै छोटी मोटी परेशानी होने से सांस लेने में हल्की हल्की परेशानी हो सकती हैं। यदि यह समस्या आपको लंबे समय तक है और दूसरी बीमारी का लक्षण हो सकता है जैसे कि अस्थमा, निमोनिया इसलिए ज्यादा तकलीफ हो रही है तो प्लीज कृपया करें डॉक्टर के पास जाइए। सांस फूलने की समस्या की वजह से हो सकती है। शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर सांस फूलने की तकलीफ होती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह समस्या आम हो सकती हैं।
दरअसल यह बीमारियों को डिस्पनिया कहते हैं। जिससे इंसान को घुटन महसूस हो सकते हैं। अगर आपको इस तरह की समस्या है तो आप कृपया करें नजरअंदाज ना करें। आजकल तो आपने आपका स्वास्थ्य को लेकर काफी सावधान रहना चाहिए। कहीं स्वास्थ्य समस्या की वजह से ही भी सांस फूलने लगती है। यह समाचार श्वसन प्रणाली मैं संक्रमण या बीमारी,हदय की बीमारी, एलर्जी और खून की कमी से भी हो सकते हैं। दरअसल यह सारे लक्षण जिनको फेफड़ों का कैंसर होता है उनमें दिखाई देते हैं। हृदय संबंधी बीमारियों के वजह से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है क्योंकि इस स्थिति में आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा ऑक्सीजन पहुंचने के लिए आपका ह्रदय पर्याप्त खून को पंप नहीं कर सकता है। अगर आपके मस्तिष्क और मांसपेशियों को नहीं तो शरीर के अन्य हिस्सों में ऑक्सीजन नहीं मिलता है तो उनकी कार्य क्षमता प्रभावित हो जाती हैं।
जानिए,मानसिक तनाव से दूर कैसे रहे(How to Avoid Tension)
इसीलिए सांस फूलने की शिकायत अधिक बढ़ जाती हैं। एलर्जी, मोटापा, धूम्रपान, प्रदूषण, ज्यादा ठंडा, अस्थमा, हार्ट की समस्या ,कैंसर, टीवी, एनीमिया, फेफड़ों में सूजन आना, दमा इनके कारण सांस फूलने की समस्या दिखाई देती है। चलिए तो जानते हैं सांस फूलने के कारण लक्षण और उपाय
• सांस लेने में तकलीफ के लक्षण ( Sans lene me taklif ke lakshan)
सांस लेने में तकलीफ होना उसके लक्षण हमें कैसे पहचाने चाहिए उसके कुछ लक्षण आगे दिए गए हैं जिससे आप पता चला सकते हैं कि वह लक्षण क्या-क्या हो सकते हैं।
- थकान
- बेहोश होना
- गर्दन में दर्द
- छाती में दर्द
- डिस्टर्ब हो जाना
- व्याकुलता
- सांस लेते हुए टाइम बहुत आवाज आना
- सांस लेने की टाइम ज्यादा हाफना
- भयभीत हो जाना
- बेचैनी लगना
• सांस लेने में तकलीफ के कारण (Sans lene me taklif ke karan)
- ऑक्सीजन की कमी से सांस लेने में तकलीफ हो सकती हैं
- हार्ट संबंधी समस्या की शुरुआत सांस समस्या से होते हैं।
- बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो सकते हैं।
- जिन लोगों को अस्थमा है उन लोगों में सांस लेने की तकलीफ से ज्यादा खतरा हो सकता है।
- श्वास नली में क्षतिग्रस्त होने से सांस लेने में तकलीफ हो सकती हैं।
- खांसी भी एक अहम संकेत हो सकता है।
- ह्रदय रोग के कारण सांस संबंधी समस्या दिखाई देती है।
- नाक या मुंह से कोई कोई छोटी वस्तु अटक जाना।
- गले में टॉन्सिल को फोड आ जाना।
- अत्याधिक धुआ और डस्ट के वजह से भी सांस फूलने में तकलीफ होती है।
- वायरल इनफेक्शन इससे सांस लेने में तकलीफ होती है।
- सांस की नली में सूजन या इंफेक्शन की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो सकते हैं।
- जिसका वजन ज्यादा होगा उसे सांस लेने में भी उतनी ही तकलीफ होती हैं। मोटापा के कारण थोड़ा सा भी चलाना, सीढिया चढ़ना, दौड़ना वे लोग परेशान होने लगते हैं।
- धूम्रपान करने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है इसलिए कृपया करें धूम्रपान करना छोड़ दें नहीं तो आगे चलकर वह कैंसर के भी शिकार हो सकते हैं।
- फेफड़ों में बलगम जमा होने से भी साथ लेने में तकलीफ होती है इसके लिए स्टीम लेना जरूरी है।
- ज्यादा खाना खाने के बाद भी सांस लेने में परेशानी अनुभव हो सकती है।
- ज्यादा फैटस वाले खाद्य पदार्थ खाने से भी यह दिक्कत आती है।
- प्रदूषण के कारण सांस लेने में दिक्कत आती है।
- जो लोग बहुत अधिक तनाव में रहते हैं उन्हें अक्सर सांस लेने में दिक्कत आती है। वह लोग बहुत जल्दी जल्दी सांस लेने लगते हैं। इससे सीने में भारीपन का अहसास होने लगता है। इसके कारण सांस लेने की गति धीमी हो जाती है। इन दोनों प्रक्रिया में उनके सास छोटे होने लगती हैं। इसके कारण फेफड़ों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंचता है इससे सांस फूलने की समस्या आती है।
• सास की समस्याओं को रोकथाम करने के लिए उपाय (Sans ki samasya ko roktham karne ke liye upay)
हम लोगों ने अभी देखा कि सांस लेने में तकलीफ के लक्षण क्या-क्या हो सकते हैं और उसके कारण क्या-क्या हो सकते हैं तो अभी हम आपको बताएंगे कि सांस लेने में तकलीफ होने पर हमें क्या-क्या उपाय आजमाने चाहिए जिससे हमें काफी जल्द आराम मिलेगा तो चलिए जानते हैं सांस लेने में तकलीफ होने पर हमें क्या क्या उपाय करना चाहिए
• सौफ है फायदेमंद (Sauf hai faydemand)
सौफ सास की समस्या को दूर करने के लिए फायदेमंद है। इसमें से गुण पाए जाते हैं जो बलगम को दूर करते हैं। इतना ना ही नहीं सास से जुड़ी परेशानियों को भी दूर करते हैं। इसमें मौजूद आईरन से एनीमिया के समस्याओं को भी राहत मिलती है। इसलिए आयुर्वेदिक के मुताबिक सौफ सांस लेने की दिक्कत दूर करते हैं।
• भाप लेना है जरूरी(Bhap lena he jaruri)
कई बार हमारे शरीर में बलगम जमा हो जाते हैं। जिसके बारे में हमें समझ नहीं आता है। इससे हमें सांस लेने में तकलीफ हो जाती है। इसलिए आपको भाप लेना बहुत जरूरी है। उससे नाक की नदियां भी साफ हो जाती हैं और इतना ही नहीं अगर कुछ समस्या होगी वह भी दूर हो जाती है। भाप से आप बलगम से जल्दी से छुटकारा पा सकते हैं। यह घरेलू और आसान तरीका है।
• चुकंदर भी है फायदेमंद( Chukandar he faydemand)
शरीर में खून की कमी के होने के कारण सांस लेने में लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ता है। चुकंदर में अच्छी मात्रा में फाइबर कैल्शियम पोटेशियम होता है। जो आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। चुकंदर का सेवन आप अधिक मात्रा में करिए। आप चुकंदर को सलाद के रूप से खा सकते हैं,जूस बना सकते, सब्जी बना सकते हैं। इससे आपके शरीर में खून की कमी कभी भी नहीं होगी।
• ठंडी हवा (Thandi hawa)
ठंडी हवा सांस की समस्या को राहत दिलाने की मदद करती हैं। जब आप को सांस लेने में तकलीफ हो तब फॅन ऑन करें। सांस लेते समय हवा का दबाव महसूस करें, जो आपको तकलीफ से दूर करेगा।
• अदरक का सेवन (Adrak)
श्वसन संक्रमण के कारण होने वाली सांस की तकलीफ को कम करने के लिए अदरक बहुत फायदेमंद है। जड़ी बूटी में अदरक एंटी इन्फ्लेमेटरी गुन की मात्राएं है। जो अगर फेफड़े में सूजन होगी तो कम करता है। अदरक की चाय पीने आपको राहत मिलेगी और अगर आपको बलगम का समस्या हो उसे से भी छुटकारा मिलेगा।
• ब्लैक कॉफी का सेवन (black coffee)
अस्थमा से पीड़ित लोगों को ब्लैक कॉफी उपाय बहुत प्रभावित है। कॉफी में कैफीन होता है। जो वायु मार्ग में मौजूद मांसपेशियों को जकड़न को कम करता है। इतना ही नहीं ब्लैक कॉफी फेफडो के कार्यों को सुधार सकते हैं और सास की समस्या से छुटकारा दे सकते हैं।
• जीवन शैली को बदलें (Lifestyle ko badale)
आजकल की भागदौड़ की दुनिया में हम अपने शरीर को ध्यान नहीं दे पाते हैं। फैटस वाले खाद्य पदार्थों का ज्यादा सेवन करते हैं। इसके बजाय आप फल और सब्जियों का ज्यादा सेवन करें। इसके अलावा नटस, बीन, मछली, अंडे का सेवन करें मैं एंटी ऑक्सीडेंट और ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। जो के प्रयोग के हर तरह के संक्रमण से बचाता है और मजबूत करता है।
स्वस्थ दिनचर्या कैसा हो आयुर्वेद के अनुसार,स्वस्थ दिनचर्या ऐसी होनी चाहिए दिनचर्या
• धूम्रपान से बचें ( Smoking se bache)
जो लोग शराब सिगरेट तंबाकू आदि का ज्यादा सेवन करते हैं। उन्हें खतरा अधिक रहता है आगे चलकर वह कैंसर का शिकार भी हो सकते हैं। जब सिगरेट बीड़ी पीते हैं उस दिन सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होती है और सांस लेते टाइम हो धुआ भी शरीर के अंदर जाता है। इस वजह से कई समस्या आ सकते हैं जैसे कि फेफडे खराब होना। इसीलिए धूम्रपान से बचें इससे खतरा भी अधिक ज्यादा होता है।
• मोटापा कम करें (Motapa kam kare)
अपना वजन कंट्रोल में रखीए। मोटापा के कारण शरीर को हर काम में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। थोड़ा सा भी सीडी चढ़ना,भागना या चलना इतना करने से भी उनके साथ में फुलने लगती है।
पेट की चर्बी कैसे होगी कम,चर्बी कम करने के उपाय(Belly Fat Loss Diet&Tips)
• एसिडीक चीजों से बचें (Acidic chijo se bache)
खाने में ऑईली, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का इस्तेमाल कम करे। ताजे फल, सब्जियां और अंकुरित अनाज का सेवन करें।
• सांस लेने में तकलीफ मैं तुलसी का सेवन(Tulsi ka istemal)
तुलसी गुणकारी मानी जाती है। तुलसी के पत्तों को का रस शहद में डालकर पी लें इससे सांस लेने में तकलीफ कम होती है। तुलसी सांस के रोग को फायदेमंद है।
• शरीर को रखें गरम (Sharir ko garam rakhe)
अगर सास ज्यादा फुल रही है तो पंखे ऐसी कूलर से हट जाइए। किसी गर्म या खुले जगह में जाकर सास लिजिए। वैसे कहा जाए तो शरीर के लिए नेचरल हवा फायदेमंद है।
• शहद का सेवन (Shahad ka sevan)
सांस के मरीजों को शहद डालकर भाप लेने से आराम मिलता है। अगर बलगम की समस्या हो तो गुनगुने पानी में शहद डालकर पीजिए बलगम को भी आराम मिलेगा।
जानिए,स्वस्थ शरीर के लिए शहद के बेहतरीन लाभ(Benifits of Honey)
• सांस लेने में तकलीफ,तो प्रदूषण से बचे ( pollution se bache)
हमें काम की वजह से बाहर जाना जरूरत है लेकिन प्रदूषण से भी बचना चाहिए। इसमें आप हमेशा नाक के ऊपर रुमाल बाध सकते हैं नहीं तो माक्स यूज कर सकते हैं। सांस लेते टाइम प्रदूषण गंदी हवा हमारे शरीर में फेफड़ों तक पहुंच सकते हैं इसलिए सांस लेने में दिक्कत आ सकती हैं।
• सांस लेने में तकलीफ,आजमायें व्यायाम (Exercise)
पेट से गहरी सांस लेने से, सांस लेने में दिक्कत दूर होती है। जमीन पर लेट चाहिए दोनों हाथ पेट पर रखिए। अगर नाक से गेहरी सास लीजिए। और पेट को फुलाते हुए फेफड़ों मै हवा भरीए। कुछ सेकंड के लिए सांस रोककर रखे। फिर धीरे-धीरे मुंह से हवा छोड़िए। ऐसे 5 या 10 मिनिट करने से। आप अच्छा महसूस करोगे।
आखिर क्यों रोजाना व्यायाम की सलाह दी जाती है?,उसकी वजह,आप रह जाएंगे हैरान।
• डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए (Doctor ke pass kab jaye)
सीने में दर्द हो रहा है, बार-बार लगातार सांस फूल रही है, सास लेने में दिक्कत आ रही है उसके वजह से रात के गहरी नींद खुल रही है। गले में घुटन जैसा महसूस हो रहा है। सास लेते टाइम आवाज आ रहा है। शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। इसके परिणाम बहुत घातक हो सकते हैं इसेलिए कृपया करें आप देरी मत कीजिए जल्दी से जल्दी डॉक्टर को दिखाइए।