नमस्कार दोस्तों,आप सभी का सर्वांग आयुर्वेद वेबसाइट पर स्वागत है।आज का हमारा विषय छाछ पीने के फायदे । आज हम जानेंगे की छाछ कैसे बनाया जाता है। छाछ सेहत के लिए कितना फायदेमंद है इतना ही नहीं छाछ बालों के लिए और त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है चलिए तो जान लेते छाछ के फायदे।
दूध से दही और दही से छाछ बनता है। छाछ बनाने के लिए दही को मथना पड़ता है। घी निकालने के बाद जो पेय बचता है उसे छाछ कहते हैं। छाछ में दूध और दही की अपेक्षा फैट व कैलोरी, दोनों कम होते हैं। इसे मट्ठा भी कहा जाता है।बहुत से लोग मट्ठा और छाछ दोनों को अलग समझ लेते हैं पर ऐसा नहीं है। दोनों में कोई अंतर नहीं है। मट्ठे की तासीर ठंडी होती है और ये स्वाद में खट्टा होता है। वहीं कुछ लोगों को बहुत अधिक खट्ठा मट्ठा पीने की आदत होती है। गर्मियों में इसका सेवन सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है। आमतौर पर लोग दोपहर के खाने के बाद मट्ठे का सेवन करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि खाली पेट भी मट्ठे का सेवन किया जा सकता है। ऐसा करने से सेहत को कई समस्याओं से दूर रखा जा सकता है।यह नमकीन और खट्टी होती है और पीने में स्वादिष्ट होती है, इसलिए यह काफी प्रसिद्ध पेय है। यह भारतीय पारंपरिक पेय पदार्थों में से एक है। इसका इस्तेमाल अक्सर गर्मियों में पीने के लिए किया जाता है, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है और यह शरीर में ठंडक पहुंचाता है। खनिज और विटामिन से युक्त होने के कारण यह पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है, इसलिए इसे भोजन के पाद पिया जाता है। छाछ में उच्च मात्रा में पोटेशियम, विटामिन B12, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन मौजूद होता है इसके अलावा फास्फोरस का भी बढ़िया स्रोत है। छाछ से कई प्रकार के व्यंजन भी बनाए जाते हैं। जो हमारे पाचन तंत्र के लिए अच्छे साबित होते हैं।
दूध,दही और छाछ का इस्तेमाल आजकल लोग अपने चेहरे औऱ बालों के लिए करते हैं।इसका इस्तेमाल करने से आपको कई तरह के फायदे हो सकते हैं।दरअसल छाछ में विटामिन बी 12।कैल्शियम पाया जाता है जो कि सेहत और स्किन दोनों के लिए बहुत ही लाभकारी है।छाछ में ब्लीचिंग गुण पाए जाते है जो कि दाग धब्बे स्किन टैनिंग को हटाने में मदद करता है। छाछ में पाया जाने वाला प्रोबायोटिक लैक्टिक एसिड होता है जो कि चेहरे की झुर्रियों को कम करने में मदद करता है। छाछ का इस्तेमाल कर आप सनर्बन को भी ठीक किया जा सकता है। चेहरे दाने कम करने के लिए भी छाछ काफी असरदार है।
आयुर्वेद में छाछ के अनेक गुणों के बारे में बताया गया है। छाछ में लघु, मधुर, अम्ल, अग्नि बढ़ाने वाले, स्रोतों को स्वच्छ करने वाले गुण होते हैं। खाना खाने के बाद छाछ का सेवन करना पाचन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।छाछ में नमक मिला कर पीने से यह पाचन-शक्ति को बढ़ाती है। पूर्णतः घी निकाल कर तैयार किया गया छाछ बहुत हल्का और पथ्य माना गया है। घी निकाले बिना तैयार किया तक्र बहुत भारी बलकारी और कफकारक होता है। चलिए तो जान लेते घर पर छाछ बनाए।
• घर पर छाछ कैसे बनाएं
- आप केवल दही को अच्छे से फैट कर बिना पानी मिलाए उसका घोल तैयार कर सकते हैं।
- दही में एक चौथाई पानी मिलाकर मट्ठा तैयार कर सकते हैं।
- आप दही से मक्खन निकालकर और पानी मिलाकर छाछ तैयार कर सकते हैं।
- आप आधा कप पानी औऱ आधा कप दही मिलाकर भी मट्ठा तैयार कर सकते हैं।
- उपर हमने देखा कि घर पर छाछ किस तरह से बनाते हैं। अब जान लेते हैं छाछ पीने के तरीके।
• छाछ पीने के तरीके
- मीठे छाछ में शक्कर मिलाकर पीने से पित्त दूर होता है।
- छाछ में शहद मिलाकर दिन में तीन बार पीने से दस्त बंद हो जाते हैं।
- छाछ में सोंठ, काली मिर्च, पिप्पली और यवक्षार का मिश्रण मिलाकर सेवन करने से कफ से होने वाले रोगों से छुटकारा मिलता है।
- छाछ में नमक और एक चम्मच पिसी हुई अजवाइन मिलाकर पीने से बवासीर में लाभ होता है।
- छाछ में सोंठ व सेंधा नमक मिलाकर पीने से गैस से होने वाले रोगों से आराम मिलता है।
- गाय के दूध से बनी छाछ में नमक मिलाकर सुबह-सुबह पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
- छाछ में भुना हुआ जीरा मिलाकर पीना भी लाभदायक है।
- उपर हमने देखा कि किस प्रकार का छाछ पीने से कौन सा लाभ होता है। अब जान लेते हैं छाछ के सेहत के लिए, बालों के लिए और चेहरे के लिए फायदे।
• छाछ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद
- छाछ नहीं तो मट्ठे का सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और हदय संबंधी दिक्कतें नहीं होती हैं।
- छाछ में बायो एक्टिव प्रोटीन होता है, जो ब्लड प्रेशर को घटाने का काम करता है।
- गर्मियों में अक्सर आपने देखा होगा कि अत्यधिक पसीना निकलने के कारण शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है।छाछ पीने से शरीर की पानी की कमी दूर हो जाती हैं।
- छाछ एसिडिटी और पेट की जलन दूर करने के लिए मदद करता है।
- अगर आपको पेशाब में दर्द हो रहा है तो छाछ पीने से आपको आराम मिल सकता है।
- छाछ कोलेस्ट्रॉल को घटाने में एक प्राकृतिक औषधि का कार्य करता है। इसका नियमित सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है।
- छाछ अपच, भूख न लगने व कब्ज़ के समस्या में फ़ायदेमंद है।
- छाछ अल्सर जैसी बीमारियों के लिए लाभदायक है।
- छाछ पीने से डायरिया का खतरा टल सकता है।
- रोजाना छाछ पीने से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।
- छोटे बच्चों को दांत निकलते समय छाछ देना बहुत जरूरी है। क्योंकि छाछ पीने से उनकी तकलीफ दूर होती हैं।
- वजन कम करने के लिए छाछ बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।
- सुबह-शाम मट्ठा या दही की पतली लस्सी पीने से स्मरण शक्ति तेज होती है।
- सुबह खाली पेट मट्ठा पीने से पाचन क्रिया तंदुरुस्त रहती हैं।
- बार-बार हिचकी आने की समस्या हो, तो छाछ में एक चम्मच सौंठ डालकर सेवन करना लाभदायक होगा। ऊल्टी आने या जी मचलाने पर छाछ में जायफल घिसकर इसके मिश्रण को पीने से लाभ मिलता है।
चेहरे के दाग धब्बों से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय(Skin Care)
• छाछ पीने के फायदे त्वचा के लिए(benifits of buttermilk for skin)
- छाछ धूप से झुलसी त्वचा को भी ठीक करने में मदद करता है।
- छाछ का सेवन करने से त्वचा सालों साल जवान रहती है।
- छाछ पीने के फायदे,छाछ में प्रोबायोटिक लैक्टिक एसिड होता है जो फेशियल मास्क के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे चेहरे की झुर्रियां कम होने के लिए मदद मिलती हैं।
- छाछ में ब्लीचिंग इंग्रेडिएंट्स होते हैं। इससे दाग-धब्बे और टैनिंग को हटाया जा सकता है।
- छाछ पीने के फायदे,छाछ धूप से झुलसी त्वचा को भी ठीक करने में मदद करती है। स्किन को गहराई से साफ करने और उसे मुलायम बनाने में भी छाछ काम आती है।
- छाछ के इस्तेमाल से आप स्किन को मॉइश्चराइज कर सकते हैं। इतना ही नहीं स्क्रीन को क्लींजर करने के लिए छाछ का उपयोग बहुत फायदेमंद माना जाता है।
- छाछ पीने के फायदे,सौंदर्य समस्याओं के लिए भी छाछ बेहद फायदेमंद चीज है। छाछ में आटा मिलाकर बनाए गए लेप को लगाने से त्वचा की झुर्रियां कम होती हैं। इसके अलावा गुलाब की जड़ को छाछ में पीसकर चेहरे पर लगाने से मुहांसे खत्म हो जाते हैं।
- छाछ पीने के फायदे,शरीर के किसी भाग में जल जाने पर तुरंत छाछ लगाने से लाभ होता है। खुजली की समस्या होने पर अमलतास के पत्ते छाछ में पीस लें और शरीर पर मलें। कुछ देर बाद स्नान करें। शरीर की खुजली नष्ट हो जाती है।
खुजली के कारण और खुजली के लिए उपाय(Khujli ke liye Uppay hindi main)
• छाछ बालों के लिए फायदेमंद(benifits of buttermilk for hair)
- छाछ सिर की त्वचा को साफ करती है। इससे डैंड्रफ और बालों के रूखेपन से भी छुटकारा पाया जा सकता है। छाछ में मौजूद प्रोटीन बालों को पोषण देता है और सभी जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करता है।
- छाछ नैचुरल हेयर स्ट्रेटनर का भी काम कर सकती है। इसे नारियल के दूध के साथ मिलाकर लगाने पर बाल नैचुरली सीधे हो जाते हैं।
- आप छाछ में नींबू का रस मिलाकर सिर की 15 मिनट तक मालिश करें और फिर गुनगुने पानी से बालों को धो लें। इससे सिर की खुजली और डैंड्रफ दूर होता है।
- छाछ मै लैक्टिक एसिड, विटामिन्स, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है जिससे बालों को जड़ों को पोषण मिलता है। इससे ना सिर्फ बाल जड़ों से मजबूत होते हैं बल्कि सिर की त्वचा की खुजली भी दूर होती है। साथ ही इससे बाल शाइनी और सिल्की भी होते हैं।
- छाछ की मदद से आप समय से पहले बाल सफेद हो रहे हैं इस परेशानी से छुटकारा दिला सकते हैं। इसके लिए 8-9 करी पत्तों को पीसकर उसमें छाछ मिलाएं। इसे जड़ों में अच्छी तरह लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद शैंपू से अच्छी तरह बाल धो लें। हफ्ते में 1-2 बार यह पैक लगाएं। इससे बालों को पौषण मिलेगा और बाल काले हो जाएंगे।
- बाल झड़ने की समस्या हो तो छाछ लगाएं। इसके लिए बासी छाछ से सप्ताह में दो दिन बालों को धोना फ़ायदेमंद होता है।
- बालों को मज़बूत बनाना हो तो छाछ फ़ायदेमंद होता है। इससे बालों की ग्रोथ भी अच्छी होती है।छाछ में मौजूद प्रोटीन बालों को पोषण देता है और सभी जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करता है।
जानिए,बालों को सुंदर और हेल्दी बनाने के तरीके और उपाय(hair care tips in hindi)
• ध्यान में रखिए(take care of)
- छाछ को पीतल, तांबे व कांसे के बर्तन में न रखे। इन धातु से बने बर्तनों में छाछ या दही रखने से वह ज़हर समान हो जाती है।
- बारिश के मौसम में छाछ का इस्तेमाल ना करें।
- मिट्टी के बर्तन में छाछ रखने से उसका स्वाद और बढ़ जाता है।
- यदि गठिया और जोड़ों का दर्द वाले मरीज छाछ पीना चाहते हैं तो छाछ को छोंक लगाकर पिए।
- सर्दी और खासी के समय छाछ पीना नुकसानदायक साबित हो सकता है।
- अगर आप को बुखार है उस समय भी आप छाछ ना पिए।क्योंकि मट्ठे की तासीर ठंडी होती है और यह बुखार को बढ़ा सकता है।
- अगर अधिक मात्रा में मट्ठे का सेवन किया जाए तो यह उल्टी की समस्या, डायरिया की समस्या भी पैदा कर सकता है।