नमस्कार दोस्तों, आप सभी का सर्वांग आयुर्वेद वेबसाइट मे स्वागत है। आज का हमारा विषय है मल्टीविटामिंस क्या होता? मल्टीविटामिंस लेने के फायदे,चलिए तो जान लेते हैं मल्टी विटामिन के बारे में? और यह कैसे होते हैं और मल्टीविटामिन हमारे लिए क्यों जरूरी है उसके फायदे क्या होते हैं?इस तरह की कुछ बातें आज हम आपको इस पोस्ट में बताएंगे यह जानकारी आपके लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि अगर आप मल्टीविटामिन नहीं लेंगे तो आपके शरीर में बहुत सी कमी होगी और बहुत ही अलग अलग प्रकार की आपको दिक्कत भी हो सकती है।
• मल्टीविटामिन क्या है?
- मल्टी विटामिन के नाम से हमें पता चल जाता है कि सभी विटामिन का एक साथ होना।इसे मल्टीविटामिन कहलाते हैं वैसे तो सभी विटामिन एक चीज़ में नहीं होती हैं। चाहे आप किसी भी तरह का फल फ्रूट खा लो या किसी तरह की ओर चीजें खा लो चाहे आप दिनभर खाते रहो लेकिन सभी चीजों में एक ना एक विटामिन की कमी जरूर होती है। सभी में एक जैसे विटामिन नहीं होते हैं। सभी में कुछ न कुछ विटामिन की कमी जरूर होती है।
- आप कई बार ऐसे लोगों को देखते हैं जो कि बहुत फिट और तंदुरुस्त होते हैं और उनको देखकर आप भी यह सोचते हैं शायद वह कुछ ना कुछ तो जरूर खाते होंगे जो इतने मजबूत शरीर वाले हैं इसलिए वह कुछ और ज्यादा चीज नहीं कहते हैं वह अपनी सेहत का ध्यान रखते हैं और उनको उनके शरीर को चाहिए होते हुए सभी विटामिन अभी अपने शरीर को देते हैं तो आपके लिए सभी विटामिन जरूरी है वह चाहे किसी भी प्रकार का विटामिन हो।हमारे शरीर को स्वस्थ और बढ़िया बनाने में खनिज आहार और अन्य पोषक तत्वों का लेना जरूरी है।उसी तरह हमारे शरीर में मल्टीविटामिन का लेना भी बहुत ही जरूरी है।
- मल्टीविटामिन का उपयोग तब किया जाता है, जब आप अपनी डाइट से शरीर के लिए आवश्यक विटामिन नहीं ले पाते हैं। किसी बीमारी, गर्भावस्था, कुपोषण, पाचन संबंधी विकार और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के कारण शरीर में विटामिन की कमी होने पर भी मल्टीविटामिन दिए जाते हैं।
- मल्टीविटामिन दवाओं को बनाने के लिए कोई निश्चित मानक नहीं है, साथ ही इनके द्वारा मिलने वाले पोषण और विटामिन की मात्रा दवा बनाने वाली कंपनी के आधार पर अलग अलग हो सकती है। बाजार में इन दवाओं को मल्टीविटामिन्स, मल्टीमिनरल्स, मल्टीस, मल्टीपल्स और सिंप्ली विटामिन आदि कई नामों से भी जाना जाता है। मल्टीविटामिन बाजार में टैबलेट्स, कैप्सूल्स, चबाने वाली गोलियां, पाउडर और सिरप जैसे कई रूपों में उपलब्ध है।
- विटामिन हमारे शरीर के लिए वो पोषक तत्व है जो हमारे शरीर को स्वस्थ और सही से काम करने में मदद करते है, ज़्यादातर विटामिन्स हमें स्वस्थ खाना खाने या फिर सप्लीमेंट्स के ज़रिये मिल जाते है। विटामिन्स हमारे शरीर में त्वचा के बनने और ठीक होने, हड्डियों के बनने और ठीक होने, कोशिकाओं के बनने और ठीक होने में मदद करते है। साथ ही ये हमारे इम्यून सिस्टम को भी बेहतर बनाते है जिससे हमारा शरीर बीमारियों से लड़ पाता है। चलिए तो जान लेते है की मल्टी विटामिन की टेबलेट सिरप कैसे बनती है?
• मल्टीविटामिन की टेबलेट,सिरप कैसे बनती है?
शरीर के लिए आवश्यक विटामिन और मिनरल को मिलाकर दवा बनाई जाती है, लेकिन इसका रूप और मात्रा भिन्न हो सकती है। इसके साथ ही मल्टीविटामिन में अमिनो एसिड, फैटी एसिड और कई जड़ी बूटियां भी मिलाई जाती है। आहार के सप्लीमेंट्स को लेकर कोई विशेष नियम नहीं है, इसीलिए मल्टीविटामिन की दवाओं के लेबल में बताएं गए पोषक तत्व की मात्रा कम या ज्यादा हो सकती है। कुछ मामलों में सूची के अनुसार मल्टीविटामिन में मिलाएं गए पोषक तत्वों की संख्या में भी कमी हो सकती है।
व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए करीब 13 विटामिन और 16 मिनरल्स की आवश्यकता होती है। शरीर में होनी वाली एंजाइम प्रतिक्रियाओं, हार्मोन्स के कार्य, संरचनात्मक तत्व और अणु के संकेतों में मल्टीविटामिन महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। शरीर को प्रजनन, विकास और शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए सभी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।
लोगों में हमेशा दुविधा बनी रहती है कि वे मल्टीविटामिंस का उपयोग कब करें तो आप एक बात जान ने की मल्टी विटामिंस आप 14 वर्ष के बालक से से लेकर 90 वर्ष तक के बुजुर्ग ले सकते हैं मल्टीविटामिंस हमारे शरीर को सारे पोषक तत्व आवश्यक विटामिन प्रदान करते हैं ।जोकि हमें अपने खाद्य पदार्थों से प्राप्त नहीं हो पाता उनकी कमी को पूरा करने के लिए मल्टीविटामिन उपयोग किया जाता है।
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• किन लोगों को मल्टीविटामिन लेना है जरूरी
मल्टीविटामिन सभी लोगों को लेनी चाहिए ऐसा जरूरी नहीं है। लेकिन विशेष आयु वर्ग के लोगों को मल्टीविटामिन लेने के फायदे हो सकते हैं
• शाकाहारी लोगों को मल्टीविटामिन लेना है जरूरी
जो लोग शुद्ध शकाहारी होते है उनमें विटामिन बी12 की कमी होने की संभावनाएं अधिक होती है, क्योंकि यह विटामिन केवल मांसहारी भोजन से ही प्राप्त होता है। साथ ही ऐसे व्यक्तियों को कैल्शियम, जिंक, आयरन, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड की भी कमी हो सकती है।
• गर्भवती महिलाओं को मल्टीविटामिंस लेना है जरूरी
जो महिलाएं प्रेग्नेंसी पर विचार कर रहीं हैं उनको रोजाना करीब 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेना चाहिए, इससे न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट होने का जोखिम कम हो जाता है। इस समय महिला द्वारा रोजाना विटामिन डी की करीब 10 माइक्रोग्राम मात्रा लेने से भ्रूण के विकास में सहायता मिलती है। जिन मल्टीविटामिन में उच्च मात्रा में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन डी होता है। गर्भवती महिलाओं को मल्टीविटामिन लेने से पहले आपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
• 5 साल तक बच्चे को मल्टीविटामिन लेना है जरूरी
खासतौर से 6 महीने से 5 वर्ष आयु तक के बच्चों को विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन डी युक्त मल्टीविटामिन लेने की सलाह देते हैं। ये सभी विटामिन बच्चे को शुरूआती सालों में लेना जरूरी होता है। विशेष रूप से ये विटामिन उन बच्चों के लिए आवश्यक होते हैं जो खाना खाने में आनाकानी करते हैं।
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• बुजुर्ग में मल्टीविटामिंस लेने के फायदे
वृद्ध व्यक्तियों को कैल्शियम और विटामिन डी की भी अधिक आवश्यकता होती है।व्यक्ति की आयु बढ़ने के साथ ही विटामिन बी 12 के अवशोषण की प्रक्रिया में कमी आ जाती है।
• मल्टीविटामिंस लेने के फायदे(benefits of multivitamin)
- मल्टीविटामिन लेने से शरीर में होने वाली पोषक तत्वों की कमी पूरी हो सकती है और व्यक्ति का कई रोगों से बचाव हो सकता है।
- अगर आपके शरीर को पर्याप्त विटामिन नहीं मिलते हैं तो ऐसे में आपका शरीर हल्के काम को करने में भी अधिक ऊर्जा खर्च करने लगता है, जिसकी वजह से आपको थकान और स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएं हो जाती हैं। जबकि मल्टीविटामिन लेने और स्वस्थ्य दिनचर्या अपनाने से आप ऊर्जावान और फिट रहते हैं।
- कुछ विटामिन ऊर्जा बढ़ाने और उच्च एकाग्रता क्षमता प्रदान करने में हमारे शरीर और मस्तिष्क की मदद करते हैं। यह विटामिन बी (बी 6, बी 12, फोलिक एसिड, थाइमिन और नियासिन) है जब आपके पास एक मल्टीविटामिन होता है जिसमें ये प्रमुख पोषक तत्व शामिल होते हैं। (जो सबसे अधिक करते हैं), तो आप अधिक ऊर्जावान और केंद्रित महसूस करने ह।.अगर आप फलों और सब्जियों से युक्त संतुलित आहार नहीं ले रहें है, तो आपके लिए पोषण तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए मल्टीविटामिन फायदेमंद हो सकता है।
- मूड पर सकारात्मक प्रभाव होते हैं और वह भावनात्मक रूप से भी मजबूत बनते हैं। दरअसल पर्याप्त मात्रा में विटामिन और मिनरल्स लेने से आपके दिमाग का कार्य बेहतर होता है। इसके वजह से आपका मूड अच्छा रहता है।
- यदि आप मल्टीविटामिन की एक गोली हर रोज लेते हैं तो इससे आपकी याददाश्त बहुत ज्यादा बढ़ती है और आपकी मानसिक विकारों से भी छुटकारा मिलता है।
- रोजाना मल्टीविटामिन लेने से तनाव और चिंता का स्तर कम होता है। शरीर भोजन को ऊर्जा में बदलने के लिए विटामिन बी का उपयोग करता है। शरीर विटामिन बी का उपयोग भोजन को ऊर्जा में बदलने के लिए करता है, इससे तंत्रिका तंत्र ठीक तरह से कार्य करता है और स्ट्रेस हार्मोन का उत्पादन होता है। रोजाना मल्टीविटामिन लेने से आपके शरीर में विटामिन की कमी पूरी होती है।
इसीलिए आप मल्टीविटामिन कैप्सूल सिरप टैबलेट आपको जो बेहतर लगे वह इस्तेमाल कर सकते हैं।
• घर में किन चीजों में होते हैं मल्टीविटामिंस के गुण
• जायफल
जायफल के कुछ गुण है जैसे यह शरीर में सूजन को कम करता है, एंटीऑक्सीडेंट होता है, हार्ट अटैक आने की संभावना को घटाता है, मरदाना शक्ति बढ़ता है, और खून में मिठास की मात्रा को काबू करने में मदद करता है।
• तुलसी
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट होते है जो हमारे शरीर में सांस से जुड़ी बीमारियां, दिल से जुड़ी बीमारियां, पाचन क्रिया से जुड़ी बीमारियां को ख़त्म करते है।
• हल्दी
हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट होते है जो हमारे शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करती है साथ ही ये हमारे शरीर में कैंसर को रोकने में भी मदद करती है।
रोजाना हल्दी का पानी पिने से स्वास्थ्य को होने वाले यह 11 फायदे(Benifits of Haldi)
• काली मिर्च
काली मिर्च हमारे शरीर में हाइड्रोक्लोरिक एसिड को बढ़ाती है जिससे हमारी पाचन क्रिया बेहतर होती है साथ ही काली मिर्च हमारे लीवर को सही से काम करने में मदद करती है।
• ध्यान में रखिए(take care of)
- मल्टीविटामिंस को हमेशा डॉक्टर की सलाह से लेना जरूरी है।
- सभी लोगों में मल्टीविटामिन के अलग-अलग दुष्प्रभाव होते हैं। डॉक्टर की सलाह के बाद मल्टीविटामिन लेने से इससे होने वाले दुष्प्रभावों की संभावना कम हो जाती है।
- मल्टीविटामिन लेने से कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं जैसे कि सिर दर्द, पेट खराब होना, मुंह का स्वाद खराब होना।
- एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है जैसे कि शीतपित्ती, सांस लेने में परेशानी होना, चेहरे, होंठ, जीभ और गले में सूजन के लक्षण दिखाई दें तो ऐसे में आपको इलाज के लिए तुरंत डॉक्ट के पास जाना चाहिए।